एक दिन संता एगो रोबोट लेईलन  .रोबोट  के खासियत रहे की ऊ झूठ पकड़ लेत रहे ,अउरी झूठ पकडला पर चटकन मारत रहे .

एक दिन पप्पू के स्कूल से घर आवे में देर हो गइल ,तब संता पुछलन "घर आवे में देरी कहे भइल ह .

पप्पू : आज हमर अतिरिक्त कक्षा रहे.

रोबोट अचानक अपना जगह से उछ्लल अउरी एक चटकन देहलस पप्पू के .
संता : ई रोबोट झूठ पकड़ सकेला ,एही से सच सच बतावा कहे देरी भइल  ह .
पप्पू  : फिलिम देखे गइल रहनी ह .
संता : कौन फिलिम ?
पप्पू : जय हनुमान
रोबोट फेरु मरलस एक चटकन पप्पू के गाल पर .
संता फेर पुछलन : कवन फिलिम देख के आवत बाड़ा ?
पप्पू  : जंगली जवानी
संता : नालायक ,हम जब तोहरा उमिर के रही ता ऐसन गलत काम कब्बो ना करत रहि.
रोबोट  अपना जगह से अउरी  एक चटकन देहलस संता के
ई सुनते ही जीतो रसोई से आते हुए कहली "बेटा ता राउरे हा नु झूठ ता बोल्बे करी .

एतना  कहला के देरी रहे की ,रोबोटवा उडल आ खिंच के एक चटकन जीतो जी गाल पर ध दिहलस .