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लेवे अमवा के पेड़ अंगडाई .....2
झूमे धयिके अकवारिया हो
मोरा खेतवा बघरिया हो.....2
गउवा के लोग लागे बड़ा प्यारा प्यारा
होखेला बात इहवा सब खारा खारा
आपस में प्यार सभ बांटे
गजबे बहार ईहा बाटे हो हो हो
शहर में कहा अईसन मिलिहे नजारा,.........२
हम भूले नाही पाई लडिकाई
कबो गाई कबो बकरी चराई.........२
रहे बचपन के उमरिया हो
मोर खेतवा बघरिया हो......२
गउये में कही हमार दिल बा भुलाईल
ऊंखिया रहरिया में मन अझुराईल
सोहे मकई के खेतवा मचानी
बाटे छावल दुअरा के छानी हो हो हो
माटि वाला घर देखि मन अगराईल........२
लोग रहे ईहा लाई के मडईया
बड़ा निक लागे तलवा तलिया........२
मलहवा मारे मछरिया हो
मोर खेतवा बघरिया हो .........2
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